क्या किसान आत्म हत्या का हल सम्भव है, और यदि है तो कैसे
भारत के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 20 वर्षों में देश में
औसतन हर 36 मिनिट में एक किसान आत्महत्या का मामला दर्ज हुआ है.
दूसरे शब्दों में, जितनी देर में, एक नौकरीपेशा व्यक्ति, अपना लण्च खाकर निपटा, हर उतनी सी देर में, भारत के एक किसान ने आत्महत्या कर ली
यहां किसान और आत्महत्या दो अलग-अलग शब्दों का एकत्र प्रयोग होने से इसकी विकरालता सारे समाज को लपेट लेती है.